Friday, June 1, 2012

गो हत्या पर राष्ट्रीय स्तर पर लगे पाबन्दी

भारत में बड़ी तादाद में लोग गाय को पवित्र मानते हैं। लेकिन आप यह जानकर हैरान हो सकते हैं कि 2012 में भारत दुनिया में सबसे ज़्यादा गोमांस निर्यात करने वाला देश बन जाएगा।

यूएसडीए की विदेशी कृषि सेवा के आंकड़े के मुताबिक इस साल के अंत तक भारत ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ते हुए 15 लाख मीट्रिक टन गोमांस का निर्यात करेगा। जानकारों के मुताबिक भारत से गोमांस के निर्यात के आंकड़े में तीन सालों में जबर्दस्त बढ़ोतरी हुई है। तीन साल पहले भारत ने 6.5 लाख मीट्रिक टन से भी कम गोमांस का निर्यात किया था।

भारत में वैसे तो गाय और दूध देने वाली भैंसों के काटने और उनके मांस की बिक्री पर प्रतिबंध है। यूएसडीए के मुताबिक भारत में बैल और भैंसे के मांस का बड़े पैमाने पर निर्यात हो रहा है। यूएसडीए बैल और भैंसे के मांस को भी गोमांस की श्रेणी में रखता है जो मध्य पूर्व, उत्तर अफ्रीका और दक्षिण पूर्वी एशिया में बड़ी संख्या में मांसाहारी लोगों की जरूरतें पूरी करता है।
गो हत्या पर राष्ट्रीय स्तर पर  पाबन्दी लगाई जानी चाहिए. जैसा कि मध्य प्रदेश सहित कुछ राज्यों ने इस दिशा में साहसिक कदम उठाया है ऐसे प्रयास निःसंदेह प्रसंसनीय है. केन्द्रीय स्तर पर भी गोहत्या निरोधक कड़े कानून की आवश्यकता है. सामाजिक एवं राजनितिक संगठनों को इस दिशा में ठोस पहल करनी चाहिए.

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